बिशन सिंह चुफाल

विधायक (डीडीहाट) , BJP पूर्व प्रदेश अध्यक्ष,  पूर्व कैबिनेट मंत्री उत्तराखंड सरकार ( पेयजल, वर्षा जल, संग्रहण, ग्रामीण, जनगणना )

जीवन परिचय

भारतीय जनता पार्टी में बहुत कम लोग हैं जो मंडल अध्यक्ष से राजनीति करके ग्राम प्रधान, ब्लाक प्रमुख फिर जिला अध्यक्ष उसके बाद विधायक और उसके उपरांत कैबिनेट मंत्री और फिर पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष बने हों। ऐसा नाम है विशन सिंह चुफाल का। जो प्रदेश में एक व्यवहार कुशल, साधारण, सरल सोच की ख्याति पा चुके हैं।
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जनपद के डीडीहाट के बांकू में जनमें विशन सिंह चुफाल 1980 से पहले भारतीय जनता पार्टी और जनसंघ में दरी बिछाने का काम करते थे। पार्टी ने उनकी कुशल और समर्पित चेहरे की पहचान 1980 में कर ली थी। उन्हें 1980 भाजपा मंडल अध्यक्ष का दायित्व दिया गया। फिर बिशन सिंह चुफाल ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह पार्टी के लिए निष्ठावान और समर्पित होकर कार्य करने लगे। वह जनता के संघर्ष आदमी कहलाएगा जाने लगे।1982 में वह गांव के प्रधान बन गए थे।1983 में वह डीडीहाट ब्लाक के ब्लाक प्रमुख निर्वाचित हुए उन्हें पूरा ब्लॉक जाने लगा उनकी सादगी, ईमानदारी और लोकप्रियता 1983 में गांव-गांव तक पहुंच चुकी थी। भाजपा तब नई थी। उन्होंने पार्टी के नाम को गांव-गांव पहुंचाया और लोगों को जोड़ा वह डीडीहाट के ब्लाक प्रमुख थे तो गांव वालो ने उन्हें गंभीरता से लिया। यही कारण था है कि न उन्होंने गांव वालों को छोड़ा और न गांव वालों ने उन से दूरी बनाई। वह जनता के कामों पर खरा उतर रहे हैं।
1984 में भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश ने उन्हें पिथौरागढ़ भारतीय जनता पार्टी का जिला अध्यक्ष बना दिया था। उनका कार्यकाल 1984 से लेकर 90 तक रहा और फिर 1994 से 1996 तक रहा। चुफाल जी के जिला अध्यक्ष रहते हुए पिथौरागढ़ के लोगों से राम मंदिर बनाने के लिए जिले से अपना योगदान दिलाया। एक एक कार्यकर्ताओं को उन्होंने गांव गांव जाकर इस कार्य के लिए जुटाया।
उत्तर प्रदेश में 1996 में विधानसभा चुनाव हुए, तो वह बीजेपी डीडीहाट से विधायक निर्वाचित हो गए। उन्हें उत्तर प्रदेश याचिका व आवास समिति का सदस्य बनाया गया। 1996 से आज तक चुफाल ने विधायकी में पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्हें अंतरिम सरकार में 2000 में कुमाऊँ मंडल विकास निगम का अध्यक्ष बनाया गया।

उत्तर प्रदेश में 1996 में विधानसभा चुनाव हुए, तो वह बीजेपी डीडीहाट से विधायक निर्वाचित हो गए। उन्हें उत्तर प्रदेश याचिका व आवास समिति का सदस्य बनाया गया। 1996 से आज तक चुफाल ने विधायकी में पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्हें अंतरिम सरकार में 2000 में कुमाऊँ मंडल विकास निगम का विकास निगम का अध्यक्ष बनाया गया। 2002 में उत्तराखंड बनने के बाद हुए पहले विधानसभा चुनाव में बिशन सिंह चुफाल ने अपनी विधायकी बरकरार रखी। वह जिले के सबसे बड़े जनाधार वाले नेता हो गए थे। 2007 में वह डीडीहाट से तीसरी बार विधायक निर्वाचित हुए। उनका कद प्रदेश स्तरीय हो गया था। उन्हें खंडूरी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया। [Read More..]

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